काली गाजर, लाल और नारंगी गाजरों की तुलना में अधिक स्वास्थ्यवर्धक, पतंजलि का शोध

अंतरराष्ट्रीय जर्नल Heliyon में प्रकाशित

काली गाजर, लाल और नारंगी गाजरों की तुलना में अधिक स्वास्थ्यवर्धक, पतंजलि का शोध

यह शोध हमारे प्राचीन ग्रंथों में निहित गहन ज्ञान का प्रमाण है - आचार्य बालकृष्ण
20 अगस्त। इस दुनिया में ऐसा ही कोई होगा जिसे गाजर खाना पसंद नहीं हो, भारतीय विविध व्यंजन जैसे हलवा आदि के रूप में या सब्जी के रूप में हो या जूस, विशेषकर सर्दी में, गाजर सभी का पसंदीदा है।
बाजार में कई प्रकार के गाजर मिलते हैं जैसे काला गाजर, नारंगी गाजर, लाल गाजर। यह दिखने में जितने लुभावने लगते हैं उतने ही कन्फ्यूज भी करते हैं कि इनमें से कौन सा अधिक गुणकारी और पौष्टिक है।
पतंजलि का अनुसन्धान इसका भी समाधान लेकर आया है, इस अध्ययन के अनुसार सभी गाजर उत्तम है पर काला गाजर सर्वोत्तम है क्योकि इसमें एंथोसियानिन की मात्रा अधिक होती है।
यह अध्ययन अमेरिका के प्रतिष्ठित Cell Press प्रकाशन के रिसर्च जर्नल Heliyon में प्रकाशित हुआ है। 
 
यह रिसर्च पेपर इस लिंक पर उपलब्ध है-
https://www.sciencedirect.com/science/article/pii/S2405844024119494

Carrots-Heliyon-2024-03

Carrots-Heliyon-2024-02

Related Posts

Science of Knowledge

Science of Knowledge

Yoga era has started Yoga day is today

Yoga era has started Yoga day is today

poem

poem

Health News

Health News

     Specific  Feelings

Specific Feelings

Advertisment

Latest News

परम पूज्य योग-ऋषि श्रद्धेय स्वामी जी महाराज की शाश्वत प्रज्ञा से नि:सृत शाश्वत सत्य ... परम पूज्य योग-ऋषि श्रद्धेय स्वामी जी महाराज की शाश्वत प्रज्ञा से नि:सृत शाश्वत सत्य ...
ओ३म 1. सनातन की शक्ति - वेद धर्म, ऋषिधर्म, योग धर्म या यूं कहें कि सनातन धर्म के शाश्वत, वैज्ञानिक,...
अतिथि संपादकीय
डेंगुनिल डेंगू का सफल उपचार
अर्धसत्य से अंधकार फ़ैलता है
आर्थराइटिस
शाश्वत प्रज्ञा
2000  वर्ष के पूर्व के आयुर्वेद और वर्तमान समय के आयुर्वेद की कड़ी को जोडऩे का माध्यम है
जड़ी-बूटी दिवस के अवसर पर पतंजलि योगपीठ हरिद्वार में एक लाख पौधों का निशुल्क वितरण एवं वृक्षारोपण
78वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर पतंजलि योगपीठ में ध्वजारोहण
साक्ष्य आधारित लिवोग्रिट एक प्रभावी और सुरक्षित औषधि