जनवरी
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Read More... श्रद्धेय योगऋषि परम पूज्य स्वामीजी महाराज के शाश्वत प्रज्ञा से नि:सृत शाश्वत सत्य...
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By योग संदेश विभाग
दिव्य जीवन मनुष्यों के तीन प्रकार के जीवन देखने को मिलते हैं, एक निम्न कोटि का जीवन, दूसरा सामान्य श्रेणी का जीवन...
Read More... शरीर को विषाणु मुक्त बनाता है 'जुकाम’
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By योग संदेश विभाग
डॉ. नागेन्द्र कुमार नीरज
Read More... जरूरत है शरीर में जठराग्रि, जीवन में प्राणाग्रि की
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By योग संदेश विभाग
उष्मणोऽल्पबलत्वेन धातुमाद्यमपाचितम्। दुष्टमामाशयगतं रसमामं प्रचक्षते।। अन्ये दोषेभ्य एवातिदुष्टेभ्योऽन्योन्यमूर्च्छनात्। कोद्रवेभ्यो विषस्येव वदन्त्यामस्य सम्भवम्।। आमेन तेन सम्पृक्ता दोषा दूष्याश्च दूषिता:। सामा इत्युपदिश्यन्ते ये च रोगास्तदुद्भवा:।। अन्वय- उष्मण:...
Read More... श्रीराम का 'विजय रथ'
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By योग संदेश विभाग
डॉ. सुमन : महिला मुख्य केन्द्रीय प्रभारी, भारत स्वाभिमान व पतंजलि योगपीठ
Read More... हृदय रोग में 'लौकी रस’ रामबाण
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By योग संदेश विभाग
लौकी (घीया) का रस दिन में दो बार या एक बार लगातार 6 माह लेने से हृदय की धमनियों में आये अवरोध (ब्लॉकेज) खुल...
Read More... संगठन के सशक्ति करण व शुद्धिकरण के लिए निरन्तर दिव्य आरोहण
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By योग संदेश विभाग
राकेश कुमार : मुख्य केन्द्रीय प्रभारी, भारत स्वाभिमान
Read More... युगीन आंदोलन को समझने के लिए चाहिए दिव्य दृष्टि
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By योग संदेश विभाग
डॉ. विजय कुमार मिश्र
Read More... युगीन आंदोलन को समझने के लिए चाहिए दिव्य दृष्टि
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By योग संदेश विभाग
गीता परमात्मा की वाणी है। संसार परमात्मा की अनुशासन व्यवस्था। जब तक लोक मानस, समाज, राष्ट्र परमात्मा के अनुशासन में जीता है...
Read More... ग्राम आदर्श बनेंगे तभी, जब उनकी अस्वस्थता दूर होगी
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By योग संदेश विभाग
डॉ. महेश कुमार मुछाल
Read More... अनुभूति आपकी
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By योग संदेश विभाग
मेरी उम्र 61 वर्ष है। मैं वर्ष 2004 में आपके शिविर के दौरान पतंजलि योगपीठ से जुड़ी और 2009 में आजीवन सदस्य बनी। यहाँ...
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