पतंजलि न्युट्रेला आर्गेनिक ओमेगा 3, 6, 7, 9

पतंजलि न्युट्रेला आर्गेनिक ओमेगा 3, 6, 7, 9

डॉ. राम गुप्ता, डॉ. गौरव कुमार, डॉ. शैलेश भदौरिया 

पतंजलि फूड्स लि.

कार्बोहायड्रेट, वसा(फैटीएसिड) एवं प्रोटीन किसी भी जीवन की प्राथमिक इकाइयाँ हैं, ये शरीर में होने वाली सभी प्रकार की गतिविधियों के लिए आवश्यक है एवं शरीर में होने वाली रासायनिक क्रियाओं के लिए उत्तरदायी हैं। शरीर मुख्य रूप से इन्हीं से मिलकर निर्मित है। वसा सभी कोशिकाओं के प्रमुख घटकों में से एक है, एवं शरीर में संश्लेषण के आधार पर वसाओं को आवश्यक, गैर-आवश्यक, लाभकारी एवं हानिकारक के आधार पर वर्गीकृत किया गया है। आवश्यक वसाओं के लिए शरीर भोज्य पदार्थों एवं अन्य भोज्य पूरकों पर निर्भर करता है। ओमेगा फैटी एसिड आवश्यक वसाओं का एक प्रकार है एवं शरीरमें लाभकारी वसा की तरह कार्य करता है। ओमेगा फैटी एसिड को मुख्यत: 3, 6, 7, एवं 9 में मुख्य रूप से बांटा गया है, इसमें मुख्य रूप से ओमेगा 3 बहुतायात मात्रा में उपयोग में लायी जाती है।
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ओमेगा-3 के स्रोत -
α- लिनोलेनिक एसिड, एइको-सेपेंटेंनोइक एसिड एवं डोकोसाहेक्सानोइक एसिड से मिलकर बना हुआ ओमेगा 3 मुख्य रूप से एल्गी एवं कॉर्ड लीवर में मिलता है(1)। जबकि अलसी के बीज, सिबकथॉर्न के बीज एवं गूदा ओमेगा 3, 6, एवं 9 के प्रमुख शाकाहारी स्त्रोत हैं।
हृदय रोग में प्रभावी -
कोविड-19 के पश्चात हृदय सम्बंधित बिमारियों में तेजी से बढ़ोत्तरी हुई है, सभी नॉन कम्युनिकेबल बिमारियों में हृदय रोग, रक्त एवं इससे सम्बंधित बिमारियों (स्ट्रोक) के कारण होने वाली मृत्यु दर सबसे अधिक है (2-3)। कई अध्ययनों में ये प्रकाशित हो चुका है कि ओमेगा-3 न सिर्फ स्ट्रोक को कम करने में सहायक है अपितु हृदयाघात से भी शरीर को सुरक्षा प्रदान करता है। अत: पतंजलि फूड्स लिमिटेड द्वारा मानव को स्वस्थ एवं संतुलित रखने को पतंजलि न्युट्रेला ओमेगा-3,6,7 एवं 9 को विकसित किया गया है जिसका प्रतिदिन उपयोग न केवल कोलेस्ट्रोल को नियंत्रित करता है, अपितु हृदय सम्बन्धी रोगों से बचाने में आपकी सहायता करता है।
बाजार में उपलब्ध ज्यादातर ओमेगा एनिमल सोर्स से बने हुए हैं जबकि पतंजलि न्युट्रेला ओमेगा शत-प्रतिशत शाकाहारी एवं आर्गेनिक तत्वों जैसे फ्लैक्स सीड, ऑयल, सेसमी आयल, सिबकथॉर्न एवं विटामिन-ई का समायोजित मिश्रण है। ये कैप्सूल मानव की प्रतिदिन की ओमेगा की आवश्यकताओं को पूर्ण करके हमें स्वस्थ बनाये रखने में मदद करता है।
ओमेगा की कमी से होने वाले रोग-
         1.      दिल की बीमारी
         2.      कमजोर इम्यूनिटी 
         3.      पीरियड्स और प्रेग्रेंसी की मुश्किलें
         4.      एकाग्रता और ध्यान में कमी
         5.      किडनी की समस्याएं
         6.      आँखों की समस्या
         7.      जोड़ों का दर्द और अकडऩ
         8.      बालों का झडऩा
         9.      रूखी त्वचा और त्वचा की अन्य समस्याएं
ओमेगा-3 के लाभ -
         1.      झुरियाँ मिटाने, त्वचा को मुलायम बनाने को, त्वचा को हाइड्रेट रखने में ओमेगा-3 बहुत                              फायदेमंद है।
         2.      गर्भ अवस्था में शिशु और माँ को निरोगी बनाने के काम को करता है। इसके सेवन से शिशु के                  शरीर और मस्तिष्क का विकास ठीक से होता है ।
         3.    हदय रोगों को दूर करने के लिए ओमेगा-3 बहुत ही लाभदायक है। ओमेगा-3 का सेवन                             मेटाबॉल्जिम सिंड्रोम को ठीक करने में मदद करता है।
        4.      वजन घटाने और मोटापा दूर करने में ओमेगा-3 का सेवन काफी मदद करता है।
        5.      आँखो के रेटिना और दूसरी समस्याओं के लिए ओमेगा-3 फायदेमंद होता है।
        6.      हाई ब्लडप्रेशर को कम करने में ओमेगा-३ मदद करता है।
        7.      शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाने के लिए ओमेगा-3 जरूरी है।
       8.     मनोविकार दूर करने के लिए ओमेगा-3 बहुत ही जरूरी है। इसकी कमी से भूलने की बीमारी जैसे अल्जाइमर हो सकती है।
        9.      कैंसर रोगो को रोकने में असरदायक है ओमेगा-3 का सेवन।
       10.   लिवर और अस्थमा में भी ओमेगा-3 की जरूरत पड़ती है।
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प्रस्तावित दैनिक खुराक/मात्रा -
   2 कैप्सूल (2 ग्राम) प्रतिदिन गुनगुने पानी के साथ सेवन करें
 
References :
  1- https://www.hsph.harvard.edu/nutritionsource/what-should-you-eat/fats-and cholesterol/types-of-fat/
  2- https://www.who.int/news/item/20-05-2022-world-health-statistics-2022
  3- https://www.who.int/data/global-health-estimates

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