पतंजलि न्युट्रेला वूमेन्स सुपर फ़ूड
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डॉ. राम गुप्ता, डॉ. गौरव कुमार, डॉ. शैलेश भदौरिया
न्यू प्रोडक्ट्स डवलपमेंट लैब, पतंजलि फूड एण्ड हर्बल पार्क लि., पदार्था
सामान्यत: महिलाओं की दिनचर्या अत्यंत व्यस्त एवं तनावपूर्ण होती है, आजकल की महिलाएं जहां घर से बाहर निकल कर एवं पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर वैश्विक मंच पर अपनी उपस्थिति दर्ज करा रही है, वहीं घर में परिवार एवं बच्चों का ध्यान रखकर परिवार को स्थायित्व प्रदान कर रहीं है। ऐसे में महिलाओं की दैनिक ऊर्जा एवं पोषण की आवश्यकता पुरुषों से पूर्णतया भिन्न है। जहां महिलाओं के भोजन में दैनिक ऊर्जा हेतु विटामिन्स, मिनरल एवं अन्य पोषक तत्वों का संतुलित संयुग्मन आवश्यक है, वहीं होने वाली बीमारियों से लड़ने हेतु अन्य आवश्यक तत्व जैसे एंटी आक्सिडेंट की भी अत्यंत महत्ता है। एंटीऑक्सीडेंट्स मानव शरीर के लिए अत्यन्त आवश्यक है एवं शरीर को बीमारियों से लड़ने, समय से पहले बूढ़ा दिखने से रोकने में मदद प्रदान करता है, भारत में प्रजनन आयु की एक चौथाई महिलाएं अल्पपोषित हैं, जिनका बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) 18.5 किलोग्राम/मीटर से कम है (स्रोत : एनएफएचएस 4 2015-16)। भारतीय महिलाओं में प्रतिदिन के भोज्य उपभोग का विवरण चित्र संख्या 01 में प्रदर्शित है। यह सर्वविदित है कि एक कुपोषित मां अनिवार्य रूप से एक कुपोषित बच्चे को जन्म देती है, कुपोषित लड़कियों के कुपोषित मां बनने की अधिक संभावना होती है, जिसके परिणामस्वरूप कम वजन वाले शिशुओं को जन्म देने की अधिक संभावना होती है, जिससे कुपोषण चक्र कायम रहता है। यही कारण है भारतीय महिलाओं में अल्पपोषण का स्तर अभी तक ज्यादा है।
चित्र संख्या 01 : भारत में महिलाओं एवं किशोरिओं के प्रतिदिन का भोज्य उपभोग भारतीय महिलाओं में पोषण के स्तर को सुधारने एवं कुपोषण को कम करने हेतु यूनिसेफ द्वारा 5 आवश्यक बिन्दु सम्मिलित किए गए है, जो निम्नाकित हैं-
1. घर में उपभोग किए जाने वाले भोजन की मात्रा और पोषक तत्व स्तर में सुधार करना एवं महिलाओं को इस विषय में शिक्षित करना।
2. सूक्ष्म पोषक तत्वों की कमी और एनीमिया की रोकथाम।
3. बुनियादी पोषण और स्वास्थ्य सेवाओं तक महिलाओं की पहुंच बढ़ाना।
4. शिक्षा, जल और स्वच्छता तक पहुंच में सुधार। मासिक धर्म में स्वच्छता की शिक्षा प्रदान करके।
5. जल्दी, कई बार और कम समयन्तराल पर गर्भधारण को रोकने के लिए महिलाओं को सशक्त बनाना
भारतीय महिलाओं में मुख्य रूप से होने वाली स्वास्थ्य समस्याओं को चित्र संख्या 02 में दिखाया गया है।
चित्र संख्या 02 : महिलाओं में होने वाली आम समस्या
भारतीय महिलाओं के भोजन में पोषक तत्वों, विटामिन, मिनरल्स एवं एंटी ऑक्सीडेंट्स के सम्पूर्ण समायोजन का अभाव है, चित्र संख्या 03 में भारतीय महिलाओं के प्रतिदिन के भोजन में अति आवश्यक विटामिन एवं मिनरल की कमी का सम्पूर्ण विवरण दिया गया है-
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https://timesofindia.indiatimes.com/india/75-ofindians-suffer-vitamin-deficiency-study/articleshow/49436598.cms
चित्र संख्या 03 : भारतीय महिलाओं में विटामिन एवं मिनरल्स की कमी
इन सभी समस्याओं को ध्यान में रखते हुए द्वारा पूज्य स्वामी रामदेव जी महाराज एवं श्रद्धेय श्री आचार्य बालकृष्ण जी महाराज के मार्गदर्शन एवं डॉ. राम गुप्ताजी के नेतृत्व में पतंजलि फूड्स की टीम द्वारा पतंजलि न्यूट्रेला वुमेन्स सुपर को विकसित किया गया है। पतंजलि न्यूट्रेला वुमेन्स सुपर फूड (चित्र संख्या 04 में प्रदर्शित) में समावेशित, मोरिंगा लीफ़ एक्सट्रेक्ट, बोस्वेलिया एक्सट्रैक्ट, फेंगुरिक एक्सट्रैक्ट, जिन्नसिंग एक्सट्रैक्ट, सीसबेनिया के पत्ते, अस्वगंधा एक्सट्रैक्ट, शंखपुष्पी सम्पूर्ण पौधा, शतावर, जियापोता का फल एवं कवच का बीज महिलाओं एवं किशोरियों के दैनिक शारीरिक आवश्यकताओं को पूर्ण करते हुए मस्तिष्क के लिए सम्पूर्ण पोषण, रोग प्रतिरोधक क्षमता, व अविनाशी यौवन प्रदान करता है।
पतंजलि न्यूट्रेला वोमेन्स सुपर फूड की सार्थकता का वैज्ञानिक अध्ययन
पतंजलि न्युट्रेला वुमेन्स सुपर फूड्स की वैज्ञानिक प्रमाणिकता को सिद्ध करने के लिए हमारी NPD लैब में विभिन्न प्रकार के परीक्षिण किये गये है जिनका विवरण निम्नाकित है-
1. ROS इन्हिबीसन
2. इन विट्रो एंटी इन्फ्लामेट्री एक्टिविटी
रिएक्टिव ऑक्सीजन स्पिसिज (ROS) जो की कई बिमारियों के कारक है एवं जीन में उत्परिवर्तन कर शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को कम कराते है, हाईड्रोजन परोक्साइड जोकि एक प्रभावशाली ओक्सीडाइजिंग एजेंट है यकृत कोशिकाओं (HEPG2) में फ्री रेडिकल्स की मात्रा को बढ़ा देता है। अत: हमने हमारे परिक्षण में सर्वप्रथम यकृत की कोशिकाओं पर 250 μM हाईड्रोजन परोक्साइड का प्रयोग कर स्ट्रेस उत्पन्न किया। साथ ही साथ कुछ कोशिकाओं में कण्ट्रोल सब्सटांस xmMN-Acetyl cystine जोकि ROS का प्रोड्क्शन कम कर देता है, एवं हमारे प्रोडक्ट की भी डोजिंग की गयी। एक नियत समय के उपरांत सेल्स को फ्लुरोस्सेंट डाई से स्टेन करके देखने से प्राप्त परिणाम के विश्लेषण से ये ज्ञात हुआ की जहाँ हाईड्रोजन परोक्साइड यकृत कोशिकाओं में फ्री रेडिकल जनरेसन को बिना ट्रीटमेंट वाली सेल की तुलना में 666.1% तक बढ़ा देता है, वही पहले से हाईड्रोजन परोक्साइड द्वारा ट्रीटेड यकृत कोशिकाओं को N- Acetyl cysteine एवं 2mg/ml न्युट्रेला वुमेन्स सुपर फूड्स से ट्रीट करने पर ये बढ़े हुए फ्री रेडिकल्स क्रमश: 81.3 व 64.7% तक घट जातें हैं (Zhao et al.,2021) । अत: चित्र संख्या 05 में यह स्पष्ट हो रहा है कि पतंजलि न्युट्रेला वुमेन्स सुपर फूड्स फ्री रेडिकल के जेनेरेसन को कम करने में सहायक है फलस्वरूप शरीर की कई बिमारियों से बचने में सहायता प्रदान करता है।
चित्रसंख्या 05 : एंटी ऑक्सीडेंट एस्से.यकृत की कोशिकाओं में न्युट्रेला वुमेन्स सुपर फूड का अध्ययन
न्यूट्रेला वुमेन्स सुपर फूड की रक्त कोशिकाओं (J774A.1) पे की गयी एंटी इन्फ्लामेट्री एक्टिविटी अध्ययन में (चित्र संख्या 06) हमने अपने सभी कोशिकाओं (अंट्रीटेड को छोड़कर) में सर्वप्रथम 100 नैनोग्राम लिपोपौलीसैकराइड (जो की इन्फ्लामेसन को इन्ड्युस करता है) से इन्फ्लामेसन ((IL-6 इन्फ्लामेसन का मार्कर, Oh et al.,2019) इन्ड्युस कराया, एवं फलस्वरूप 337.3% का इन्फ्लामेशन अवलोकित किया। तत्पश्चात अपने प्रोडक्ट न्युट्रेला वुमेन्स सुपर फूड्स एवं ड़ेक्सामेथाज़ोन जो की एक प्रतिष्ठित स्टेरॉयड है एवं सिग्नीफिकेंट एंटीइन्फ्लामेट्री एक्टिविटी (IL-6 के एक्सप्रेशन में कमी) प्रदर्शित करता है को परीक्षित किया है, हमारे अध्ययन में पाया की न्युट्रेला वुमेन्स सुपर फूड्स की 2 मी. ग्रा. की डोज 10 माइक्रोमोलर ड़ेक्सामेथाज़ोन की तुलना में क्रमश: 70.9 एवं 56.5% इन्ड्युस्ड इन्फ्लामेशन को कम करती है। चित्र संख्या 05 एवं 06 में प्रदर्शित परिणाम न्युट्रेला वुमेन्स सुपर फूड्स का यकृत एवं रक्त कोशिकाओं पर हमारा अध्ययन इस बात की पुष्टि करता है की ये शरीर में उपस्थित फ्री रेडिकल्स का भक्षण करने में एवं इन्फ्लामेसन को कम करने में सहायक है।
चित्र संख्या 06 : एंटीइन्फ्लामेट्री एस्से.रक्त की कोशिकाओं में एंटीइन्फ्लामेट्रीमार्कर IL- 6 परन्युट्रेला वुमेन्स सुपर फूड के प्रभाव का अध्ययन
चित्र संख्या 07 : पतंजलि न्युट्रेला वुमेन्स सुपर फूड्स के प्रमुख तत्व एवं इन तत्वों से होने वाले लाभ
चित्र संख्या 07 में प्रदर्शित सभी प्राकृतिक, शाकाहारी एवं आयुर्वेदिक अवयवों के संयुग्मन से बना वुमेन्स सुपर फूड व्हे प्रोटीन, बायोफेर्मेंटेड विटामिन, काऊ मिल्क कैल्सियम एवं मिनरल्स, एनर्जी एवं स्टैमिना को बढ़ाता है। पतंजलि वुमेंस सुपर फूड अस्थियों एवं जोड़ों, हृदय, मसल्स, केश एवं नाखूनों का स्वास्थ संतुलित रखने के साथ-साथ महिलाओं के मूड को भी संतुलित रखता है।
बेंचमार्क कम्पीटीशन : हमने पतंजलि न्युट्रेला वुमेन्स सुपर फूड्स की तुलना बाजार में उपलब्ध अन्य ब्रांड से की है जिसका विवरण सारणी 01 में दिया हुआ है और न्युट्रेला वुमेन्स सुपर फूड्स अन्य उत्पादों की तूलना में ज्यादा लाभदायक हो सकता है।
सारणी संख्या 01 : पतंजलि न्युट्रेला वुमेन्स सुपर फूड्स का बाजार में उपलब्ध अन्य ब्रांडो से तुलनात्मक अध्ययन
सेवन विधि : प्रतिदिन 30 ग्राम (2 लेवेल चम्मच) वुमेन सुपरफूड, 200 मी. ली. फुल क्रीम दूध के साथ अथवा विशेषज्ञ की सलाह अनुसार।
प्रमाण पत्र : हमारे सभी प्रोडक्ट विश्वसनीय एवं एक्रिडेटेड लैब में परीक्षित किये जातें है। पतंजलि न्युट्रेला वुमेन्स सुपर फूड्स लैब के परिक्षण में हमारे द्वारा लक्षित मानकों पर खरा उतरा है। न्युट्रेला वुमेन्स सुपर फूड्स ग्लूटन मुक्त है, इसमें किसी भी प्रकार का सरकार द्वारा बैन सब्स्टान्स नहीं मिला हुआ है। न्युट्रेला वुमेन्स सुपर फूड्स शुद्ध रूप से शाकाहारी, आर्गेनिक, प्रिजरवेटिव फ्री एवं किसी प्रकार के जेनेटिक मॉडिफिकेशन से मुक्त है। अंतत: न्युट्रेला वुमेन्स सुपर फूड्स 100% RDA के मानकों पर खरा उतर कर एक सम्पूर्ण आहार है।